लालबाग का निर्माण 1760 में हैदर अली ने किया था और बाद में उनके बेटे टीपू सुल्तान ने इसका विस्तार किया। यह बेंगलुरु के सबसे पुराने और ऐतिहासिक बगीचों में से एक है।
1889 में बना ये ग्लास हाउस लंदन के क्रिस्टल पैलेस से प्रेरित है। यहां हर साल सुंदर फूलों की प्रदर्शनी होती है।
गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर यहाँ बहुत सारे रंग-बिरंगे फूलों की प्रदर्शनी होती है, जिसे हजारों लोग देखने आते हैं।
लालबाग में 1800 से ज्यादा प्रकार के पौधे हैं, जिनमें से कुछ दुर्लभ और विदेशी भी हैं। यह शोधकर्ताओं और प्रकृति प्रेमियों के लिए बहुत अच्छा है।
बगीचे के बीच में एक प्राचीन चट्टान है, जिसे 'लालबाग चट्टान' कहा जाता है। यह लगभग 3000 मिलियन साल पुराना है और इसका भूवैज्ञानिक महत्व है।
लालबाग में एक बड़ा झील है, जो इस बगीचे की शांति और सुंदरता को बढ़ाता है। यह जलीय जीवों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इस बगीचे में कई तरह के पक्षी देखे जा सकते हैं, जैसे बगुले, कोयल और तोते, जो पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करते हैं।
स्कूल और कॉलेज के छात्र यहां आकर वनस्पति विज्ञान और प्राकृतिक इतिहास सीखते हैं।
लालबाग में एक छोटा सा संग्रहालय है, जहाँ पुराने पौधों के नमूने और ऐतिहासिक चीजें रखी हैं।